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DEHRORI (देहरोरी )

  • DEHRORI (देहरोरी )

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  • Cuisine : CHATTISGARH (छत्तीसगढ़)
  • Course : Dessert

देहरोरी छत्तीसगढ़ का एक पारम्परिक पकवान है यह यहाँ का एक मशहुर मीठा पकवान है जो मिठाई नहीं है पर बहुत स्वादिष्ट मीठा पकवान है इसे बहुत खास मौको पर बनाया जाता है होली और दिवाली जैसे त्योहारों पर जरुर बनाया जाता है इस पकवान में मीठा और सांथ ही हल्का खटास का सयोजंन होता है |

           चावल को दरदरा पिस कर इसे घी से मोयन दे कर, दही में भीगा कर तला जाता है और सुगन्धित चासनी में डुबाया जाता है जैसे राजेस्थान के घेवर को बनाना एक कला है वसे ही छत्तीसगढ़ के देहरवरी और अनारसा को बनाना एक कला है ये व्यंजन हमारी संस्कृति की पहचान है| पहले ज़माने में इसे बनाने के लिए खासी मेहनत करनी पड़ती थी मै जब छोटी थी तो अपनी मम्मी और चाची को देखती थी की कामवाली(maid) से चावल कूटवा कर बहुत मेहनत से इसे बनाते थे, कुछ दिनों के बाद आटा पिसने वाले चक्की में इसे दरदरा पिसवा कर मनगवाते थे ,मिक्सी आने के बाद भी कोई इसे मिक्सी में पिसना शुरु नहीं किया था , जब मैंने इसे बनाना शुरु किया तो मैंने एक आसान रास्ता निकाला  चावल को  मिक्सी में दरदरा पिस कर बनाने का , आज इसे बनाना इस वजह से बहुत आसान है ..आइये इसे बनाने की विधि देखें ...
 


Ingredients

    २ कप चावल
    १\२ कप सूजी
    १\२ कप घी
    २ कप चीनी
    १\२ कप दही + १\२ कप पानी
    तेलने के लिए तेल या घी
    १\२ छोटी चम्मच इलाइची पावडर
     

Recipe By

Method

  • चावल को मिक्सी में सूजी जितना दरदरा पिस लें बगैर  पानी के , इसे एक बड़े बाउल में निकाल लें , १ बड़े चम्मच दरदरा चावल अलग से निकाल कर रख लें |

    सूजी इसी में मिला लें , घी को डालकर अच्छे से मोयन दे दें , चेक कर लें की मोयन देने के बाद चावल को हांथो में लेकर लड्डू बाँध कर देखें की पूरी तरह से लड्डू बंध रहे है की नहीं |

    पुरे मोयन दिए हुए चावल को एक जगह लाकर , ढंक कर रख दे रात भर के लिए |

    सुबह दही डालकर अच्छी तरह मिला लें और भीगने के लिए १० से १५ मिनट के लिए रख दें |

    चीनी को एक कड़ाई में ३\४ कप पानी डालकर चासनी बनाने के लिए रखें , १ तार की चासनी बनने के बाद इसे १ मिनट तक और पकाएं , इलाइची पावडर डालदें |

    गैस के दुसरे साइड घी (इनता घी डालें की आसानी से ४ से ५ देहरोरी तल सकें) गर्म करने रखें |

    एक बाउल में पानी रखें और हांथो को पानी में डूबा डूबा कर भीगे हुए चावल को फेटना शूरू करें , तब तक फेंटे जब तक वो मक्खन की तरह हलके न हो जाएँ|

    फिर दोनों हांथो में पानी लगाकर बड़े निम्बू के साइज़ का गोला लें इसे  बचाए गए सूखे चावल थोडा थोडा चिपका दें दोनों तरफ और बड़े के जैसा बनाकर मध्यम गर्म घी में डालते जाएँ |

    एक बार में चार से पांच बड़े डाल सकते हैं , सुनहरा होने तक तलें |

    किसी चम्मच या लकड़ी को बड़े के बीचो बिच घुसाते  हुए घी से बाहर निकालें , और सीधे चासनी में डुबाते जाएँ |
    इसी तरह से सारे देहरोरी तैयार कर लें |

    गर्म  या ठंडा परोसे ...
     

    टिप्स _ अगर चासनी बहुत पतला रखेंगे तो सारे देहरोरी घुल जायेंगे चासनी में |

               अगर मोयन बहुत ज्यादा हो जायेगा तो तलते समय , बिखरने लगेंगे |

               मोयन कम होगा तो कड़क बनेंगे |

               अच्छे से फेटेंगे नहीं तो बीचो- बिच गट्ठे जैसे बनेंगे |